कल्पना चावला
◇पूरा नाम:कल्पना चावला
◇जन्म:1 जुलाई,1961
◇जन्म भूमि:करनाल,हरियाणा
◇मृत्यु:1 फ़रवरी,2003
◇मृत्यु स्थान:टेक्सास,अमेरिका
◇अविभावक:बनारसी लाल चावला और संज्योती
◇कर्म भूमि:भारत,अमेरिका
◇कर्म-क्षेत्र:अंतरिक्ष यात्री
◇शिक्षा:एम. ए. (एरोस्पेस इंजीनियरिंग), पी.एच.डी
◇विद्यालय टेक्सास विश्वविद्यालय, कोलोरेडो विश्वविद्यालय
◇पुरस्कार-उपाधि:काँग्रेशनल अंतरिक्ष पदक के सम्मान, नासा विशिष्ट सेवा पदक नागरिकता:भारतीय, अमेरिकी
कल्पना चावला
(अंग्रेज़ी:Kalpana Chawla, जन्म-1 जुलाई,1961- मृत्यु-1 फ़रवरी,2003) एक भारतीय अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री और अंतरिक्ष शटल मिशन विशेषज्ञ थी। वे कोलंबिया अन्तरिक्ष यान आपदा में मारे गए सात यात्री दल सदस्यों में से एक थीं।
◆जीवन परिचय:
→कल्पना चावला का जन्म 1 जुलाई,1961 ई. को हरियाणाके करनाल कस्बे में हुआ था। कल्पना चावला अंतरिक्ष में जाने वाली प्रथम भारतीय (बाद में उन्होंने अमेरिका की नागरिकता ले ली थी) महिला थी। कल्पना के पिताका नाम श्री बनारसी लाल चावला और माताका नाम संज्योती था। वह अपने परिवार के चार भाई बहनों मे सबसे छोटी थी।
◆शिक्षा:
→कल्पना चावला ने 1976 में करनाल के टैगोर स्कूल से स्नातक, 1982 में चंडीगढ़से एरोनॉटिकल इंजीनियरिंग तथा 1984 में टेक्सास विश्वविद्यालय से एरोस्पेस इंजीनियरिंग में एम. ए. किया। उन्होंने 1988में कोलोरेडो विश्वविद्यालय से डॉक्टर ऑफ़ फ़िलॉसफ़ी की डिग्री प्राप्त की। इसी वर्ष कल्पना ने नासा के एम्स रिसर्च सेंटर में काम करना शुरू किया। 1994 में उनका चयन बतौर अंतरिक्ष-यात्री किया गया। उन्होंने फ़्रांसीसी व्यक्ति "जीन पियर" से शादी की थी।
◆अंतरिक्ष उड़ान:
→कल्पना की पहली अंतरिक्ष उड़ान एस. टी. एस.-87 कोलंबिया स्पेस शटल से संपन्न हुई तथा इसकी अवधि 19 नवंबरसे 5 दिसंबर, 1997 थी।
→कल्पना की दूसरी और अंतिम उड़ान 16 जनवरी,2003को कोलंबिया स्पेस शटल से ही आरंभ हुई। यह 16 दिन का मिशन था। उन्होंने अपने सहयोगियों सहित लगभग 80 परीक्षण और प्रयोग किए। वापसी के समय1 फरवरी 2003, को शटल दुर्घटना ग्रस्त हो गई तथा कल्पना समेत 6 अंतरिक्ष यात्रियों की मृत्यु हो गई।
◆पुरस्कार:
→कल्पना चावला को मरणोपरांत: निम्न पुरस्कार मिले-
*.काँग्रेशनल अंतरिक्ष पदक के सम्मान
*.नासा अंतरिक्ष उड़ान पदक
*.नासा विशिष्ट सेवा पदक
*.प्रतिरक्षा विशिष्ट सेवा पदक